इज़रायल और हमास ने डोनाल्ड ट्रंप के तैयार किए गए संघर्षविराम ढांचे के पहले चरण पर रजामंदी जताई है। इस समझौते के तहत गाज़ा में बंदी बनाए गए सभी बंधकों की जल्द रिहाई, इज़रायली सेना की एक तय सीमा तक वापसी और कुछ फ़िलिस्तीनी क़ैदियों की रिहाई की इजाजत दी जाएगी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि बंधकों की रिहाई सोमवार तक मुमकिन है। संक्षेप में कहा जाए तो, यह समझौता एक अहम कूटनीतिक प्रगति है, लेकिन गाज़ा के राजनीतिक और सुरक्षा ढांचे को लेकर अभी भी कई सवाल बाकी हैं। इसी बीच हमास के एक आला अधिकारी ने पुष्टि की कि हमास और इज़रायल के बीच संभावित समझौते में कैदियों और बंधकों की अदला-बदली को लेकर सूचियों की अदला बदली की गई है। इसी सूची के आधार पर रिहाई की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सकता है. फिलहाल यह साफ नहीं है कि इस सूची में शामिल कौन-कौन से क़ैदियों को वाकई रिहा किया जाएगा, लेकिन इज़रायल की जेलों में बंद कुछ अहम और चर्चित फ़िलिस्तीनी क़ैदी हैं जिनके नाम अक्सर ऐसे संभावित समझौतों में चर्चा का विषय रहते हैं। माना जा रहे हैं ये हमास के पुराने नेता हैं जो इजरायल के लिए फिर मुसीबत बन सकते हैं. <br /> <br /> <br />#GazaCeasefire #Hamas #Israel #PalestinianPrisoners #HostageRelease #TrumpMediation #MiddleEastNews #BreakingNews #PoliticalAnalysis #GazaUpdate<br /><br />~HT.178~ED.104~GR.124~