इजराइल ने गाज़ा युद्धविराम के बदले शुक्रवार को जारी फिलिस्तीनी कैदियों सूची में मारवान बरघौती जो सबसे लोकप्रिय फिलिस्तीनी नेता माने जाते हैं को रिहा करने से इनकार कर दिया है। लगभग 250 कैदियों की सूची में बरघौती या हमास द्वारा लंबे समय से मांगे जा रहे कई हाई‑प्रोफाइल नाम शामिल नहीं थे... हमास के आला अधिकारियों का कहना है कि वो उनके रिहाई के लिए मध्यस्थों पर दबाव बनाए हुए हैं। इजराइल बरघौती को आतंकवादी मानता है और 2004 में हुए उन हमलों के मामलों में कई आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं जिनमें पांच लोगों की हत्या हुई थी। 66 साल के बरघौती फिलिस्तीनी राजनीति में एक अनोखी शख्सियत बने हुए हैं. उनकी लोकप्रियता लगभग सभी गुटों में है. सर्वे लगातार उन्हें सबसे लोकप्रिय फिलिस्तीनी नेता और राषट्रपति महमूद अब्बास के संभावित उत्तराधिकारी के तौर पर दिखाते हैं। हालांकि उन्होंने कभी‑कभी हथियारबंद मुकाबले का समर्थन किया है, बरघौती ने बातचीत के जरिए समाधान की भी वकालत की है और 2002 में लिखा था- मैं आतंकी नहीं हूं, पर न ही मैं शांतिवादी हूं...हमास ने पहले भी कई बार उनकी रिहाई की माँग की है; इजराइल ने इस पर इनकार दिखाया है, क्योंकि वो बरगौती की ताकत से सावधान हैं। <br /> <br />#MarwanBarghouti #Palestine #Israel #GazaCeasefire #Hamas #PalestinianPolitics #NelsonMandela #Freedom #वनइंडिया #MiddleEast<br /><br />~ED.108~HT.408~
