नगर निगम की स्थानीय निधि लेखा परीक्षा विभाग के माध्यम से हुई आडिट में 200 करोड़ का घोटाला होने का दावा पूर्व मंत्री तेजनारायन पाण्डेय ने प्रेसवार्ता के दौरान किया है। उन्होंने पत्रकारों के सामने आडिट की रिपोर्ट भी साझा की। रिपोर्ट में दर्शाए गये तथ्यों को लेकर पूर्व मंत्री ने इसकी जांच केन्द्रीय सरकारी एजेन्सी कैग से कराने की मांग किया है। पूर्व मंत्री का कहना है कि हर हफ्ते मुख्यमंत्री यहां आते है। इसके बाद भी धन की बंटरबांट की गई है। प्रधानमंत्री से आने से पहले भ्रष्टाचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके उन्हें जेल भेजा जाय।
