Govatsa Dwadashi Puja Vidhi 2025: गोवत्स द्वादशी, जिसे महाराष्ट्र में वासु बारस और गुजरात में वाघ बरस कहा जाता है, गाय और उसके बछड़े के प्रति श्रद्धा और कृतज्ञता व्यक्त करने का पावन दिन है. यह दीपावली पर्व की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है और धनतेरस से एक दिन पहले मनाया जाता है. इस दिन महिलाएं अपने बच्चों की दीर्घायु, परिवार की समृद्धि और सुख-शांति की कामना से व्रत रखती हैं. इसे बछ बारस, नंदिनी व्रत या वत्स द्वादशी के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन गाय और बछड़े की पूजा की जाती है तथा गाय के दूध से बने पदार्थों का सेवन नहीं किया जाता.Govatsa Dwadashi Puja Vidhi 2025: Puja Muhurat,Vidhi,Vrat Kaise Kare,Kyu Manaya Jata Hai ? <br /> <br />#govatsadwadashi #govatsadwadashipujavidhi #govatsadwadashipujatime #govatsadwadashimuhurat #govatsadwadashivratkaisekare #govatsadwadashikyumanayajatahai #govatsadwadashivideo<br /><br />~HT.318~PR.111~ED.118~