कोडरमा में गोबर क्राफ्ट के जरिए कई वस्तुएं बन रही हैं. परंपरा, पर्यावरण संरक्षण और आत्मनिर्भरता, एक साथ तीनों उद्देश्य की पूर्ति हो रही है.