<p>भिंड: बघेली कलिका मंदिर परिसर में रविवार की रात अयोध्या जैसा नजारा देखने को मिला. यहां पहली बार 2.51 लाख दीप जलाए गए, जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोगों ने भाग लिया. इससे पहले सुबह करीब 11 बजे शहर के गौरी सरोवर से श्री राम की शोभायात्रा निकाली गई. इसके बाद दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक सुंदरकांड पाठ हुआ. आयोजक शंभू शर्मा ने बताया कि "यह आयोजन ऐतिहासिक रहा और मंदिर के इतिहास में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में दीप प्रज्वलित किए गए. दीपों को विशेष रूप से बाहर से मंगाया गया था. यह भव्य आयोजन उस दिन को मनाने के लिए किया गया, जब भगवान राम वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे." बघेली कालिका मंदिर जिले का सबसे प्राचीन मंदिर है. यह भक्तों की आस्था का खास केंद्र है. </p>
