कभी 'नक्सली जन अदालत' की करते थे अध्यक्षता, अब बने लोकतंत्र के पैरोकार, गया का यह गांव कितना बदला जहां दिन में भी जाने से लगता था डर
2025-10-22 1 Dailymotion
इस गांव के लगभग प्रत्येक परिवार ने कभी न कभी नक्सलियों की शरण दी है. बिहार चुनाव पर क्या है उनका कहना, पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट.