<p>राजस्थान के अजमेर के पास अंतर्राष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले की शुरुआत हो गई है. पुष्कर मेले की शान कहे जाने वाले ऊंटों की तादाद इस बार ठीक-ठाक नजर आ रही है, लेकिन लोगों की चिंता आने वाले समय को लेकर है. ऊंट पालकों की शिकायत सरकार और प्रशासन की बेरुखी को लेकर है.. पुष्कर पशु मेले में ऊंट पालकों को सही जगह नहीं मिलती है. ऊंट पालकों के पास पैसे नहीं हैं क्योंकि बाजार में ऊंट की कीमत नहीं रह गई है.. और ना ही खरीदार रह गए हैं.. इसकी वजह ये है कि राजस्थान के भी लोग ऊंटों का इस्तेमाल कम ही करते हैं. सरकार के पास ऊंटों के संरक्षण के लिए कोई ठोस योजना नहीं है.. ऐसे में ऊंट पालक निराश हैं.. उन्हें लगता है कि वो आखिरी पीढ़ी के लोग हैं.. जो ऊंटों पालन के कारोबार में रहेंगे.</p>
