<br /><br />सवाईमाधोपुर. जिले के ग्रामीण इलाकों में बीते महीनों से दीवारें फोड़कर और ताले काटकर हो रही चोरियों का आखिरकार पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। मोग्या गैंग के चार शातिर नकबजनों को सवाईमाधोपुर पुलिस की विशेष टीमों ने दौसा, करौली और टोंक जिलों से दबोच लिया। गिरोह ने सूरवाल, मलारना डूंगर, चौथ का बरवाड़ा, बौंली, कुण्डेरा, खण्डार और बहरावड़ा कलां थाना क्षेत्रों में डेढ़ दर्जन से अधिक वारदातें कबूल की हैं।<br /><br />पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनिवाल ने बताया कि आरोपी जोधा राम उर्फ चाच्या निवासी दूधिया बालाजी टोंक है और इस गैंग का सरगना है। इसके खिलाफ जिलों में चोरी, लूट व नकबजनी के 13 प्रकरण दर्ज है। मुकेश उर्फ सुमान निवासी रतनपुरा दौसा, गुड्डा पुत्र कैलाश उर्फ देवीलाल मोग्या निवासी रतनपुरा दौसा एवं रामफूल पुत्र घासी मोग्या निवासी दूधिया बालाजी पक्का बंधा टोंक है। इनके खिलाफ चोरी, लूट और नकबजनी के कई मामले दर्ज हैं। दो अन्य बदमाशों की तलाश जारी है।<br /><br />ग्वाले बनकर की रैकी, 15 दिन तक रखी निगरानी<br />उन्होंने बताया कि विशेष टीमों ने मवेशियों के ग्वाले बनकर गिरोह की गतिविधियों पर 15 दिन तक नजर रखी। इनके ठिकानों, आने-जाने के रास्तों और वाहनों की पहचान की गई। फिर योजनाबद्ध तरीके से दबिश देकर चार बदमाशों को जाट बड़ौदा, गंगापुर और बनास नदी के पक्के बंधे से गिरफ्तार किया ।<br /><br />यूं देते थे वारदातों को अंजाम<br /><br />बदमाश दीवारों में पत्थर हटाकर या जंगला तोड़कर मकानों में घुसते थे। कई बार गेट का कुंदा काटकर भी प्रवेश करते थे। एक व्यक्ति लेटकर अंदर घुसता और फिर कमरे में पहुंचकर नकदी व जेवरात चुरा लेता था। वारदात के लिए मोटरसाइकिल, कटर, पेचकस और टॉर्च का इस्तेमाल करते थे। गांव के बाहर बने मकानों को ज्यादा निशाना बनाते थे ताकि पकड़े जाने पर आसानी से भाग सकें।<br /><br />13 प्रकरण दर्ज, 12 का हुआ खुलासा<br />सूरवाल थाने में 20 सितम्बर को जटवाड़ा कलां, 23 सितम्बर को दुब्बी बनास, 28 सितम्बर को मैनपुरा, कुण्डेरा थाने में 27 सितम्बर को श्यामपुरा व 24 अक्टूबर को रईथा खुर्द, मलारना डूंगर थाने में 26 अक्टूबर को भारजा नदी, बहरावंडा कलां, चौथकाबरवाड़ा, बौंली, मलारना डूंगर, श्योपुर देहात व खंडार थाने में कुल 13 प्रकरण दर्ज हुए थे। इनमें से पुलिस ने 12 मामलों का खुलासा किया है।
