उज्जैन के सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय का मामला. यहां के लॉ डिपार्टमेंट में अध्ययनरत हैं 600 से अधिक स्टूडेंट्स, लेकिन शिक्षक मात्र दो.