सीजेआई बी.आर. गवई (CJI B.R. Gavai) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से विदाई लेते हुए कहा कि न्यायपालिका (Judiciary) सिर्फ न्यायाधीशों (Judges) का नहीं, बल्कि वकील (Lawyers), स्टाफ (Staff) और रजिस्ट्री (Registry) का भी योगदान है। अपने अंतिम भाषण (Farewell Speech) में उन्होंने संविधान (Constitution) के चार स्तंभ समानता (Equality), स्वतंत्रता (Freedom), न्याय (Justice) और भाईचारा (Brotherhood) पर जोर दिया और कहा कि उन्होंने अपनी 40 साल की न्यायिक सेवा (Judicial Service) में इन मूल्यों का पालन किया। गवई (Gavai) ने सभी धर्मों (Religions) के प्रति सम्मान और बौद्ध धर्म (Buddhism) के अपने व्यक्तिगत आस्था (Personal Faith) के अनुभव साझा किए। उन्होंने न्यायपालिका (Judiciary) के कामकाज में पारदर्शिता (Transparency) और निष्पक्षता (Impartiality) की अहमियत पर भी प्रकाश डाला। <br /> <br />#CJIBRGavai #SupremeCourt #CJIBRGavaiFarewell #CJIBRGavaiFarewellSpeech #CJI #CJIGavai<br /><br />~PR.250~HT.408~ED.110~GR.124~
