ज्वालामुखी का नाम है Heyli Gubbi। यह Ethiopia के अफ़ार क्षेत्र में है जो दुनिया के सबसे भूगर्भीय रूप से सक्रिय इलाकों में गिना जाता है। यह जगह अफ्रीका के पूर्वी हिस्से में रेड सी (लाल सागर) तटरेखा से कुछ ही दूरी पर और एक ऐसी जगह पर, जहाँ धरती की पपड़ी लगातार टूट रही है जिसे 'Great Rift Valley' कहा जाता है। यह वही इलाका है जहाँ पृथ्वी की तीन टेक्टोनिक प्लेटें एक दूसरे से अलग हो रही हैं। और जब प्लेटें खिंचती हैं—तब ज्वालामुखी शांत नहीं रहते। हेयली गुब्बी का यह विस्फोट बेहद दुर्लभ था। वैज्ञानिकों के मुताबिक यह लगभग 12,000 सालों में पहली बार फटा। यानी जब मिस्र में पिरामिड भी नहीं बने थे, जब भारत में हड़प्पा सभ्यता नहीं उभरी थी, जब मानव सभ्यता शुरुआत में थी, तब यह ज्वालामुखी आखिरी बार सक्रिय हुआ था। इतिहास की पुस्तकों में इसका कोई दर्ज रिकॉर्ड नहीं मिलता। कोई दस्तावेज़, कोई पुरातत्व खोज—कुछ भी नहीं। यह पूरी तरह "Dormant Volcano", यानी मरा हुआ ज्वालामुखी माना जाता था। लेकिन इस रविवार…धरती के अंदर दबी आग फिर जाग गई। <br /> <br />#VolcanoEruption #EthiopiaVolcano #VolcanicAsh #IndiaWeather #AviationAlert <br />#OneIndia #AshCloud #EarthScience #BreakingNews #ScienceExplained<br /><br />~HT.410~ED.108~GR.122~
