<p>गुजरात में अरंडी पैदा करने वाले किसानों की आमदमी दोगुनी हो सकती है. बनासकांठा के वैज्ञानिकों ने अरंडी पर ऐसी रिसर्च की है, जिससे अब ना सिर्फ अरंडी के बीज से बल्कि अरंडी के पत्तों से भी इनकम होगी. केंद्रीय सिल्क बोर्ड के दिशा-निर्देश में बनासकांठा की दांतीवाड़ा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों रिसर्च की और पाया कि अगर कैटरपिलर को अरंडी की पत्तियां खिलाई जाएं तो वह महंगे सिल्क पैदा कर सकता है.</p><p>दांतीवाड़ा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने असम सिल्कवर्म सेंटर का दौरा किया, जहां कैटरपिलर अरंडी की पत्तियों से सिल्क बना रहा था. वैज्ञानिकों ने वहां से कैटरपिलर के अंडे लाए. उन्होंने दांतीवाड़ा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी में इस पर एक्सपेरिमेंट किया और सफल रहे. वैज्ञानिकों की खोज किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है. </p>
