<p>मध्यप्रदेश के जबलपुर की रानीताल स्टेडियम में सोमवार से नेशनल टी-20 क्रिकेट फॉर ब्लाइंड 2025-26 यानी नागेश क्रिकेट ट्रॉफी का आगाज हुआ, जिसे ब्लाइंड क्रिकेट में रणजी ट्रॉफी के बराबर का दर्जा हासिल है. इसमें मध्यप्रदेश, ओडिशा, बिहार, हरियाणा और पुडुचेरी की टीमें हिस्सा ले रही हैं. ये प्रतियोगिता देश में 6 अलग-अलग जोन में हो रही है. </p><p>प्रतियोगिता के पहले दिन ओडिशा की टीम की भिड़ंत मध्यप्रदेश की टीम हुई.. जिसमें उड़ीसा की टीम ने जीत हासिल की.. यहां क्रिकेट खेलने आए दिव्यांग खिलाड़ियों में जबर्दस्त उत्साह है. </p><p>ब्लाइंड क्रिकेट टीम में कुल 12 सदस्य होते हैं.. और इन खिलाड़ियों की तीन कैटेगरी होती है. ब्लाइंड क्रिकेट की शुरुआत 1822 में आस्ट्रेलिया में हुई थी. इसके इंटरनेशनल चैंपियनशिप 1990 से चल रहे हैं.. जिसमें भारतीय टीम का दबदबा है. भारत की महिला टीम की तरह भारतीय महिलाओं की ब्लाइंड टीम ने भी इस बार वर्ल्ड कप जीता.. हालांकि इसकी चर्चा कम हुई. हैरानी की बात है कि सरकार की तरफ से भी ब्लाइंड टीम को कोई मदद नहीं मिलती है.. अगर इन्हें भी थोड़ी मदद मिल जाए तो ये भी इंडिया का नाम दुनिया में रौशन करेंगे </p>
