<p> गुजरात के अमरेली जिले का सुदावद गांव के लोग लैंप, लालटेन और सोलर लाइट के सहारे दिन गुजार रहे थे. लेकिन आजादी के 78 साल बाद जब इनके घरों के बल्ब जल उठे, पंखे चलने लगे और टीवी ऑन हुए, तो इनके चेहरे खिल उठे, गांव में खुशी का माहौल था.</p><p>इस गांव के लोगों को अंधेरे से डर लगता था. जंगली जानवरों का डर बना रहता था. लेकिन आज मानो इनकी अंधेरे से उजाले की यात्रा पूरी हो गई हो. इसके लिए इन्होंने कड़ी मेहनत की. दफ्तरों के चक्कर काटे.</p><p>जूनागढ़ PGVCL के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर ने बताया किज्योति ग्राम स्कीम के तहत इनको फ्री बिजली दी गई है.</p><p>बिजली के आने पर गुजरात के ऊर्जा मंत्री कौशिक वेकारिया ने गांव का दौरा किया. लोगों से मिले. माला पहनाकर इनका स्वागत हुआ. </p><p>तो सालों से अंधेरे में रहने को मजबूर. सुदावद गांव के लोगों की तकलीफें दूर हुई और विकास की रोशनी यहां पहुंची है.</p>
